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Showing posts from May, 2011

jaigurudev news-27.5.11

जयगुरूदेव समाचार मथुरा 27 मई 2011.        उत्तर प्रदेश के एक गांव की लड़की के ऊपर किसी छाया का प्रभाव होने के कारण परेशान होकर उसके माता-पिता जयगुरूदेव आश्रम, मथुरा पहुंचे और बाबा जी से दया की भीख मांगी। बाबा जी ने कहा कि शाम को डाक बंगले में चले जाना वहां लोग बतायेंगे।        डाक बंगले में प्रेतात्माओं को प्रतिदिन सायंकाल 8 बजे भोजन दिया जाता है। उनका भोजन सुगन्धी है। प्रेतात्मायें लिंग शरीर में होती हैं और लिंग शरीर में रहने वाली जीवात्मा का भोजन खुशबू है, सुगन्धी है। कटकर, डूबकर, जहर खाकर आदि कारणों से अकाल मृत्यु को प्राप्त होने पर जीवात्मा बची हुई स्वांसों को पूरा करने के लिए प्रेत योनि में चली जाती है। बाबा जी की कृपा से अपना भोजन पाकर प्रेतात्मा उस व्यक्ति को छोड़कर चली जाती हैं फिर व्यक्ति को आराम मिल जाता है, वह सामान्य हो जाता है।        पिछले बुधवार को भारत की राजधानी दिल्ली दहलने से बची। दिल्ली उच्च न्यायालय के गेट नम्बर 7 के समीप पार्किंग में एक कार के नीचे रखी गई प्लास्टिक थैली के विस्फोट से करीब 20 फिट तक आग की लपटें उठीं। घटना में तीन कारें क्षतिग्रस्त

संतमत के अभ्यासियों के लिए संयम

Jai gurudev Jai gurudev Naam Prabhu Ka A message to all members of Jai gurude ------------------------- जय गुरुदेव ------------------------------ संत मत के अभ्यासियों को इस सयमों का सम्मान रखना चाहिए जो कोई संत मत शामिल होवे और उसके अनुसार अभ्यास शुरू करे, उसको यह सयंम वास्ते दुरुस्ती से करने अभ्यास सुरत शब्द मार्ग के दरकार है| (1).  मांस आहार न करे और न कोई नशे की चीज पीवे या खावे| हुक्का पीना नशे में दाखिल नहीं है| (2).  मामूली खाने से आहिस्ता-आहिस्ता करीब चौथाई हिस्से के कम कर देवे और बहुत चिकने चुपड़े और स्वाद के भोजन ज्यादा न खावे| (3).  सोने में कुछ कमी करे यानी आम तौर पर छ : घंटे से ज्यादा न सोवे| (4).  संसारी लोगों  से जरुरत के मुआफिक (अनुसार) मेल और बर्ताव करे| उनसे ज्यादा मेल न रक्खे और बैगेर जरुरत के किसी संसारी मुआमले में दखल न देवें| (5).  संसारी पदार्थ और इन्द्रियों के भोगो की चाह फिजूल न उठावे और न उनके वास्ते फिजूल जतन करें , बल्कि जो भोग और पदार्थ मुयस्सर आवें उनमे में भी जिस कदर मुनासिब होवे , एहतिहात के साथ बर्ताव क